Dr. Neelam

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एक बोसा प्यार का

*एक बोसा प्यार का*

एक बोसा प्यार का
भाल पे मेरे धर गया
सात जन्मों का फेर पक्का कर गया
हौले से छूकर 
गात मेरा
नस-नस में नशा 
भर गया

हमने तो फकत
माँगी थी निशानी
प्रेम की
वो पगला पूरा का
पूरा मेरा हो गया
अब न होश को
होश रहा कोई
अस्तित्व मेरा चुरा
अपना मुझ में 
रख गया

जबसे वो मुझसे
मिला
नींंद डाहवश कोपभवन
में चली गयी
भूख अनशन कर बैठी प्यास निर्जला हो गई
कदमों को नशा
चढ़ गया
सुध न जाने कहाँ
खो गयी

धड़कनें भी अब
उसकी आहट पर ही
धड़कती है
साँसों पर पहरा उसकी
साँसों का हो गया
लब अब खामोश हो
गये
नैनों में इंतजार का
डेरा हो गया
एक बोसा प्यार का......

      डा.नीलम

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8 Comments

Zakirhusain Abbas Chougule

10-Jan-2024 03:08 PM

Nice

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Pranav kayande

09-Jan-2024 04:33 AM

great

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Punam verma

09-Jan-2024 09:26 AM

Nice👍

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